मेरी उम्र 20 साल है और मेरा वजन 84 किलो है।
आज, मैं अपने जीवन की कहानी सुनाना चाहती हू, जो बहुत लंबे समय से एक रोलर कोस्टर की सवारी के समान बन गया था|
मेरा जन्म एक अमीर परिवार में हुआ जहाँ मुझे बहुत लाड़ प्यार से पाला गया था, जिसके कारण बचपन में तथा एक वयस्क के रूप में मैंने बहुत जंक फूड और मिठाई का सेवन किया, जिसके परिणाम स्वरूप मेरा स्वास्थ्य बहुत खराब हो गया था और वजन अधिक बढ़ गया था|
जब मैंने कॉलेज शुरू किया, मेरे सारे दोस्त और कॉलेज के साथि मेरे वज़न के कारण मुझे चिढ़ाने लगे| इसकी वजह से मैं हमेशा गुस्से में रहने लगी, चिड़चिड़ी रहने लगी| हर चीज़ से भागने लगी, मेरे कोई दोस्त भी नहीं रहे|
आख़िरकार थक कर मैंने वज़न कम् करने के लिए डाइट करने का निर्णय लिया| सारी मिठाई, जंक फ़ूड, सब छोड़ दिया| एक महीने बाद भी मुझे कोई खास फर्क नज़र नहीं आया| मेरा वज़न सिर्फ २ किलो घटा था| इतनी मेहनत के बावजूद मुझे फल नहीं मिला जिसकी वजह से में और ज्यादा डिप्रेस हो गई| और उसी डिप्रेशन में, मैंने डाइट करना छोड़ दिया और वापस अपनी रोजिंदा जिंदगी में चली
गई| वही मीठा खाना, जंक फ़ूड, सब शुरू कर दिया|
कुछ वक़्त बाद वापिस वज़न घटाने की कोशिश में काफी प्रोडक्ट्स आजमाए, काफी दवाईय भी ली, पर मेरी हर कोशिश नाकाम हुई| हर बार २-३ किलो वज़न कम हो जाता पर लंबे समय में उसका कोई फायदा नहीं होता| कभी ये तो कभी वो हर चीज़ आजमाई, पर आखिरकार सिर्फ निराश हाथ आई|
हर अलग प्रोडक्ट के साथ आये उसके साइड इफेक्ट्स, जिसकी वजह से मेरी तबियत और भी ख़राब होती गई| मुझे अस्पताल में दाखिल किया गया और डॉक्टर ने कहा की मुझे जल्द से जल्द अपना वज़न कम करना ही होगा| मेरे शरीर में सेल्यूलोस की मात्रा काफी बढ़ गई थी और अगर जल्द ही नियंत्रित नहीं किया गया तो तबियत में और भी हानि हो सकती थी, जिसके कारण आजीवन मेरा स्वस्थ्य ख़राब भी रेह सकता था|
मैंने डॉक्टर को बताया की मैंने काफी प्रोडक्ट्स व् दवाइयां ली किन्तु कोई लाभ नहीं हुआ| मेरी ये बात सुनकर उन्होंने एक उपाय बताया जो सुनके में दंग रह गई| उनके अनुसार अगर कोई दवाई असर नहीं कर रही थी, तो सिर्फ एक रास्ता बचा था, और वो रास्ता था सर्जरी का| हां..... सर्जरी !!!!
इस रास्ते पर चलना मतलब जान का जोखिम उठाना था और पैसे भी काफी खर्च करने पड़ेंगे। पैसे तो खैर कोई कारण नहीं था मना करने का, पर जान का जोखिम! जब सब कुछ कोशिश करके हार मिली थी, तभी तो इस हालत में थी. अब सर्जरी से इंकार करने का मेरे पास कोई मौका नहीं था|
बोहत हिम्मत जुटाकर मैंने और मेरे परिवार ने ये फैसला लिया के में ये सर्जरी करवाउंगी| सब तय हो चूका. सर्जरी की तारीख तय की गई| डॉक्टर ने १३ फरवरी की अपॉइंटमेंट कन्फर्म कर ली| ये दिन मेरा जुगडमेंट डे था - हार या जीत का दिन|
६ फरवरी का दिन था, मेरी सर्जरी को सिर्फ एक हफ्ता बाकि था और मैं अपने कॉलेज का काम कर रही थी, तभी अचानक मेरा ध्यान एक विज्ञापन ने आकर्षित किया| ’GREEN COFFEE’ नाम का प्रोडक्ट था एक, जिसको पिने से वजन कम होता है| ऐसे कई प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल कर चुकी थी, और नाकाम भी हो चुकी थी| पर ये कुछ नया लगा मुझे क्योंकि जिन लोगो का वजन कम हुआ था उन सभी का GREEN COFFEE की वेबसाइट पर ज़िक्र था. उनमे से कई लोगो ने अपनी कहानी लिख कर बताई थी की कैसी उनकी हालत में सुधार हुआ और कैसे वो इस प्रोडक्ट से बोहत संतुस्ट थे| जैसे जैसे मैंने आगे पढ़ा मुझे दिलचस्पी हुई, मैंने वेबसाइट पे दिए नंबर पे कांटेक्ट किया और उन लोगो से काफी अच्छे से जवाब भी मिले। फिर मैंने जिन लोगो ने अपने अनुभव शेयर किये थे उनसे कांटेक्ट किया, और सब से पॉजिटिव जवाब पाकर में बोहत ज्यादा उत्सुक होने लगी GREEN COFFEE को ट्राय करने के लिये. आख़िरकार मैंने इसको आखरी मौके के रूप में मंगवाने का निर्णय लिया।
मैंने एक पैकेज आर्डर किया और जैसे ही मेरे घर डिलीवर हुआ, अगले दिन से मैंने इसे २ बार, खाने से ३० मिनट पहले लेना शुरू किया| सिर्फ १ हफ्ते में मैंने ५ किलो कम कर लिया था| मैं और मेरा परिवार, सब बोहत खुश थे. फिर मैंने अपने डॉक्टर से बात की और ये खुशखबरी भी दी. वो काफी खुश हुए और कहा की मुझे GREEN COFFEE चालू रखना चाहिए और सर्जरी फ़िलहाल कैंसल कर दी गई| मेरी ख़ुशी का ठिकाना ना रहा|
मैं बोहत खुशनसीब थी की वक़्त रहते मुझे GREEN COFFEE नाम का रास्ता मिल गया| आज मेरा वजन ५० किलो हो गया है और मेरा स्वास्थ्य भी बिलकुल ठीक हो गया है| इससे कोई भी तरह के साइड इफेक्ट्स नहीं हुए और नाही ज्यादा खर्च हुआ। GREEN COFFEE बोहत किफायती और ओरिजिनल प्रोडक्ट है जो सिर्फ वजन कम करता है और अच्छा स्वास्थ्य देता है| अब कोई मुझे नहीं चिढ़ाता, तंग नहीं करता| अब मैं भी एक नॉर्मल ज़िन्दगी जी रही हू|
मुझे यकीन है की आप जब ये पढ़ रहे हो, आप भी मेरी तरह कही न कही अपने ज़्यादा वजन से परेशान हो, मगर हिम्मत नहीं जुटा पा रहे, आगे बढ़ कर अपने आप को और एक अच्छी ज़िन्दगी को मौका देने की| एक बार खुद को मौका दीजिये, GREEN COFFEE को मौका दीजिये और यकीन मानिये, आप मुझे याद करोगे की अच्छा हुआ हमने एक कोशिश की
जैसे मैंने किसी और की बातो को पढ़ा और खुद को मौका दिया तो आज मैं भी अपने बारे में लिख पायी। अगर आप भी खुद को मेरी तरह मौका देंगे। हो सकता है की शायद आप भी मेरी तरह अपने अच्छे अनुभवो के बारे में लोगो को GREEN COFFEE के ज़रिये बता पाए.
TAKE THE LEAP OF FAITH, AND YOU WILL REACH OUT TO IT….!!!!